चतुर्वेद महिमा
प्रभु ने वेदों को प्रगट किया
भगवान् व्यास ने वेदों को देकर हम पर उपकार किया
ऋग्वेद के द्वारा निस्संदेह, विज्ञान सृष्टि को जान सके
हम यजुर्वेद का मनन करें, क्या अन्तरिक्ष पहचान सके
हम सामवेद का छन्द पढ़ें, ब्रह्मोपासना सुलभ बने
हो अथर्ववेद का पारायण, तो स्वास्थ्य हमारा भला बने
जो शिरोभाग में उपनिषद्, वे वेद-ज्ञान प्रस्तुत करते
हम करें अध्ययन भलीभाँति, जीवन का ध्येय यही देते
ब्राह्मण, आरण्यक, शास्त्र तथा सारे पुराण सोपान ही तो
समुचित उपयोग करें इनका, वेदों को समझ सकें तब तो
वैदिक भाषा में सुलभ हमें, यह ज्ञानामृत की शुभ धारा
पहुँचा दे हम सारे जग में, सुख शांति भाव इसके द्वारा