होली
रंग छायो बरसाने में
नंदलाल खेलन को आयो होरी को हुरदंग मचायो
नाचै सब दे दे कर ताल, रंग छायो बरसाने में
घर द्वारे पे घेर के गोरिन ऊपर रंग बरसायो
सब मगन भई ब्रजबाल, रंग छायो बरसाने में
छैली मीठी बात बनावे, गोपिन को मन ये ललचाये
श्याम ने सबको किचड निहाल, रंग छायो बरसनो में
सखियाँ बज विविध बजावैं, प्यारे को मिल नाच नचावैं
गगन में छायो लाल गुलाल, रंग छायो बरसाने में
सब के मन आनंद समाये,कोई पार न इसको पाये
यमुन जल भयो आज है लाल, रंग छायो बरसाने में