गौचारण
प्रथम गो-चारन को दिन आज
प्रातःकाल उठि जसुमति मैया, सुमन सजाये साज
विविध भाँति बाजे बाजत है, रह्यो घोष अति गाज
गोपीजन सब गीत मनोहर, गाये तज सब काज
लरिका सकल संग संकर्षण, वेणु बजाय रसाल
धेनू चराये बाल-कृष्ण-प्रभु, नाम धर्यो गोपाल
गौचारण
प्रथम गो-चारन को दिन आज
प्रातःकाल उठि जसुमति मैया, सुमन सजाये साज
विविध भाँति बाजे बाजत है, रह्यो घोष अति गाज
गोपीजन सब गीत मनोहर, गाये तज सब काज
लरिका सकल संग संकर्षण, वेणु बजाय रसाल
धेनू चराये बाल-कृष्ण-प्रभु, नाम धर्यो गोपाल