मुरली की मोहिनी
मुरलिया बाजी जमना तीर
मुरली म्हारो मन हर लीन्हों, चित्त धरे नहीं धीर
स्याम कन्हैया स्याम कमरिया, स्याम ही जमुना नीर
मुरली धुन सुण सुध बुध बिसरी, शीतल होत सरीर
‘मीराँ’ के प्रभु गुरुधर नागर, बेग हरो म्हारी पीर
मुरली की मोहिनी
मुरलिया बाजी जमना तीर
मुरली म्हारो मन हर लीन्हों, चित्त धरे नहीं धीर
स्याम कन्हैया स्याम कमरिया, स्याम ही जमुना नीर
मुरली धुन सुण सुध बुध बिसरी, शीतल होत सरीर
‘मीराँ’ के प्रभु गुरुधर नागर, बेग हरो म्हारी पीर