श्री राधा प्राकट्य
ब्रिज में घर घर बजत बधाई
अतिशय रूप निरख कन्या का माँ कीरति है हर्षाई
सकल लोक की सुंदरता, वृषभानु गोप के आई
जाको जस सुर मुनी सब कोई, भुवन चतुर्दश गाई
नवल-किशोरी गुन निधि श्यामा, कमला भी ललचाई
प्रगटे पुरुषोत्तम श्री राधा द्वै विधि रूप बनाई