Om Ke Gayen Sab Mil Geet
ॐ वन्दना ॐ के गायें सब मिल गीत सकल सृष्टि आधार प्रणव है, धर्म कर्म का सार यही है कण-कण इसमें, यह कण कण में, निराकार साकार यही है सच्चिदानंदघन भी ये ही है, वेदों का भी जनक यही है गायें गीत ॐ के जो जन, मन वांछित फल पाता है जन्म मरण चक्कर से […]
Om Jay Ganpati Deva
गणपति की आरती ॐ जय गणपति देवा, प्रभु जय गणपति देवा जयति शिवा-शिव नन्दन, सन्त करे सेवा —-ॐ जय…… अघ नाशक, वर दाता, भक्तों के भूषण —-प्रभु भक्तों…… ॠद्धि-सिद्धि के दाता, दूर करें दूषण —-ॐ जय…… श्रुति अरु यज्ञ विभूषित, विघ्नों के हर्ता —-प्रभु विघ्नों …… सुख-निधि शांति-निकेतन, बुद्धि विमलकर्ता —-ॐ जय …… सुर, नर, […]
Om Har Har Har Mahadev
शिव आरती – महादेव ॐ हर हर हर महादेव जय नटराज, महेश्वर, महाकाल, शम्भो आदि, अखण्ड, अगोचर, त्रिगुणातीत विभो विश्वनाथ त्रिपुरारी, हे ओंकार स्वरूप ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव तीनों एक ही रूप पर ब्रह्म, परमेश्वर, गंगाधर, गणनाथ सत्-चित्-आनन्द सुन्दर, पशुपति भोलेनाथ दक्ष-यज्ञ विध्वंसक, मदन नाश करता कोटि सूर्य सम आभा, सौम्य रूप धरता चिता भस्म तन […]
Om Jay Jagdish Hare
जगदीश्वर आरती ॐ जय जगदीश हरे, प्रभु! जय जगदीश हरे भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे —-ॐ जय ….. जो ध्यावे फल पावे, दुख विनसे मन का —-प्रभु दुख…. सुख सम्पति घर आवे, कष्ट मिटे तन का —-ॐ जय …. माता-पिता तुम मेरे, शरण गहूँ किसकी —-प्रभु शरण …. तुम बिन और न […]
Om Jay Lakshmi Ramana
सत्यनारायण आरती ॐ जय लक्ष्मीरमणा, प्रभु जय लक्ष्मीरमणा सत्यनारायण स्वामी, जन-पातक हरणा —-ॐ जय….. रत्नजटित सिंहासन, अद्भुत छबि राजे —-प्रभु अद्भुत …. नारद करत निराजन, घंटा धवनि बाजै —-ॐ जय …. प्रकट भये कलि कारण, द्विज को दरस दियो —-प्रभु द्विज … बूढ़े ब्राह्मण बनकर, कंचन-महल कियो —-ॐ जय….. दुर्बल भील व दीन, जिन पर […]
Om Jay Narsingh Hare
नरसिंह आरती ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह —-हरे प्रभु …. चरण-कमल जो ध्याये, संकट दूर करे —-ॐ ….. खम्भ फाड़ के श्री हरि, लियो आप अवतार —-प्रभु …. सिंह रूप को धार्यो, महिमा अपरम्पार —-ॐ …. मुख जिह्वा भयकारी, उग्ररूप धारी —-प्रभु …. नाटी मोटी गरदन, अस्त्र-शस्त्र भारी —-ॐ जय …. नख से […]
Om Jay Govind Hare
कृष्ण आरती ॐ जय गोविन्द हरे, प्रभु जय गोपाल हरे सत्य सनातन सुन्दर, मन-वच-बुद्धि परे नव नीरद सम श्यामल, शोभा अति भारी चपल कमल दल लोचन, ब्रज जन-बलिहारी शरद पूर्णिमा शशि सम, मुख-मण्डल अभिराम मृग-मद तिलक विराजत, कुंचित केश ललाम मोर-मुकुट कर मुरली, पीताम्बर धारी गल बैजंती माला, राजत बनवारी —- नवनीत चोर कहावे, विश्वम्भर […]
Om Jay Lakshmi Mata
महालक्ष्मी आरती ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया तुम ही जग धाता सद्गुण, सम्पति दाता, भव-भय की त्राता पराशक्ति परमेश्वरि, सच्चिदानन्दमयी गरुड़ारूढ़ महेश्वरि, अनुपम नित्य नयी उज्ज्वल वसन, सुहासिनि, श्रीविग्रह सोहे महाशक्ति सम्मोहिनि, त्रिभुवन मन मोहे चन्द्र समान प्रकाशित, छाजे मणि-मुक्ता रत्नमाल गल शोभित, स्वर्ण रजत युक्ता श्रीसूक्त से पूजित, कमला महारानी हरि-हर-ब्रह्मा वन्दित, स्नेहमयी दानी […]
Om Jay Ambe Gouri
दुर्गाजी आरती ॐ जय अम्बे गौरी, मैया जय दुर्गा गौरी तुमको निशिदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिव री माँग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को उज्ज्वल से दोउ नैना, चंद्र वदन नीको कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै रक्त-पुष्प उर माला, रत्न हार साजै केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्पर धारी सुर-नर-मुनि-जन सेवत, तिनके दुखहारी कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे […]