Mero Man Nand Nandan Ju Haryo
श्रीकृष्ण छटा मेरो मन नँद-नन्दन जू हर्यो खिरक दुहावन जात रही मैं, मारग रोक रह्यो वह रूप रसीलो ऐसो री, नित नूतन मन ही फँस्यो वह निरख छटा अब कित जाऊँ, हिरदै में आन बस्यौ तेहि छिन ते मोहिं कछु न सुहावै, मन मेरो लूट लियो त्रिभुवन-सुन्दर प्रति प्रेम सखी, है अटल न जाय टर्यो
Yashumati Nand Nandan Banwari
वन भेजे यशुमति नँद-नंदन बनवारी रूप माधुरी कमल-नयन की, अद्वितीय मनहारी लटकनी चाल, लकुटिया कर में, गौ-वत्स चराने जाये विद्युत-सी दंतावलि दमके, मनमोहन मुस्काये ग्वाल-बाल सँग भोजन करते, वन में आज बिहारी गोलाकार बिराजै बालक, मध्य गोवर्धनधारी छवि देखने देव देवियाँ, तभी गगन में आये रूप माधुरी निरख श्याम की, आनँद नहीं समाये भोजन में […]
Raghu Nandan Ki Aarti Kije
राम आरती रघुनन्दन की आरती कीजै, दिव्य स्वरूप बसा मन लीजै पीताम्बर अद्वितीय कलेवर, संग जानकी माता सोहे धनुष बाण धारे जगदीश्वर, भरत, लखन, रिपुसूदन मोहे वैदेही लक्ष्मण है सँग में, राघवेन्द्र वनवास पधारे ॠषि, मुनि, शबरी दर्शन पाये, खरदूषण राक्षस संहारे साधुवेष धर रावण पहुँचा, वैदेही को तभी चुराया रावणादि को मार युद्ध में, […]
Jay Surya Dev Kashyap Nandan
सूर्यनारायण आरती जय सूर्यदेव कश्यप-नन्दन, हम बारम्बार करे वन्दन ‘तमसो-मा-ज्योतिर्गमय’ प्रभो, सब रोग भगाने वारे हो आरूढ़ सप्त अश्वों के रथ, राजत किरीट केयूरवान् प्रभु तेजरूप कर चक्र पद्म, त्रिभुवन के तुम्ही उजारे हो रविमण्डल बिच पद्मासन पर, साकार ब्रह्म हे नारायण गल रत्नहार कुण्डल भूषित, सावित्री राजदुलारे हो जड़ चेतन के तुम स्वामी हो, […]