Jay Durge Durgati Dukh Harini
दुर्गादेवी स्तवन जय दुर्गे दुर्गति दुःख हारिणि, शुंभ विदारिणि, मात भवानी आदि शक्ति परब्रह्म स्वरूपिणि, जग जननी माँ वेद बखानी ब्रह्मा, शिव, हरि अर्चन कीनो, ध्यान धरत सुर-नर-मुनि-ज्ञानी अष्ट भुजा, कर खंग बिराजे, सिंह सवार सकल वरदानी ‘ब्रह्मानंद’ शरण में आयो, भव-भय नाश करो महारानी
Jay Jay Durge Jay Maheshwari
दुर्गा स्तवन जय जय दुर्गे जय माहेश्वरी, आर्त जनों की तुम रखवारी शैल नन्दिनी सुर-मुनि सेवित, पाप-पुँज की नाशन हारी पूर्णचन्द्र सम प्रभा वदन की, विश्व विमोहिनी दीप्ति तुम्हारी शूल धारिणी सिंह वाहिनी, महिषासुर को मर्दनवारी शुम्भ-निशुम्भ मुण्ड गल माला, अंधक दैत्य विशोषण हारी शोभा, क्षमा, शान्ति, श्रद्धा, धृति, विजय रूपिणी, पालनहारी जय जय सुखदा […]
Jay Durge Giriraj Nandini
देवी स्तवन जय दुर्गे गिरिराज नन्दिनी जय अम्बे उज्ज्वल द्युति दामिनि जय भगवती महादेव भामिनी, जय स्कन्द गजानन पालिनि कान्तिमयी दुर्गा महारानी, महामर्दिनी वांछित फल दायिनी हरि, हर ब्रह्मा वेद बखानी, ध्यान धरत सुर-नर-मुनि ज्ञानी विकसित कमल नयन कात्यायिनि, शंख, पद्म कर धरे भवानी सत्चित-सुखमय व्याधि विमोचनि, गदा, चक्र, बाणाकुंश शोभिनि आदि शक्ति चण्डमुण्ड विनाशिनि […]