नरसिंह आरती
ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह —-हरे प्रभु ….
चरण-कमल जो ध्याये, संकट दूर करे —-ॐ …..
खम्भ फाड़ के श्री हरि, लियो आप अवतार —-प्रभु ….
सिंह रूप को धार्यो, महिमा अपरम्पार —-ॐ ….
मुख जिह्वा भयकारी, उग्ररूप धारी —-प्रभु ….
नाटी मोटी गरदन, अस्त्र-शस्त्र भारी —-ॐ जय ….
नख से उदर विदारे, हिरणाकुश मारे —- —-प्रभु ….
भक्त प्रहलाद के सिर पे, वरद हस्त धारे —-ॐ जय ….
असुर-बाल कर स्तुति, हरि के चरण परे —-प्रभु ….
भक्तवछल वर दाता, राज्य प्रदान करे —-ॐ ….
नरहरि की यह आरति, श्रद्धा से गाये —-प्रभु ….
चरण-कमल का आश्रय, शुभ गति को पाये —-ॐ ….