नाचे बनवारी
सखियों को संग लिये, नाचत बनवारी
मन्द मन्द चलत पवन, पूनम को चाँद गगन
बाँसुरी बजाये श्यामसुन्दर सुखकारी
कंकण किंकिंणी कलाप, गोपीजन मन उमंग
मंडल बीच श्याम संग, राधा सुकुमारी
बाजे मृदंग ताल, छनन छनन नूपुर-ध्वनि
वृन्दावन यमुना-तट, शोभा प्रियकारी