दुग्ध सेवा
दूध पीवत श्याम सुन्दर, प्राण प्यारी साथ
कनक प्यालो दूध को भर, दियो ललिता हाथ
पुलकित हो पीवत दोऊ, मुग्ध अति सुहात
लाड़िली और लाल मोहन, हँसत नहीं अघात
स्याम स्यामा की-छबि पे गोपियाँ बलि जात
दुग्ध सेवा
दूध पीवत श्याम सुन्दर, प्राण प्यारी साथ
कनक प्यालो दूध को भर, दियो ललिता हाथ
पुलकित हो पीवत दोऊ, मुग्ध अति सुहात
लाड़िली और लाल मोहन, हँसत नहीं अघात
स्याम स्यामा की-छबि पे गोपियाँ बलि जात