प्रयाग माहात्म्य
तीर्थ महान् प्रयाग हमारे क्लेश भगाये
स्नान करें त्रिवेणी जल में दुःख मिटाये
गंग श्वेत जल मिले श्याम जल यमुनाजी में
सरस्वती भी आन मिले अदृश्य इन्हीं में
योग बिना ही सिद्धि मिले, सेवें प्रयाग को
दर्शन और प्रणाम करें, हम तीर्थ-राज को