प्रीतम के देश
चालाँ वाही देस प्रीतम, चालाँ वाही देस
कहो कसूमल साड़ी रँगावाँ, कहो तो भगवाँ भेस
कहो तो मोतियाँ माँग भरावाँ, कहो बिखरावाँ केस
‘मीराँ’ के प्रभु गिरिधर नागर, सुण लो बिरद नरेस
प्रीतम के देश
चालाँ वाही देस प्रीतम, चालाँ वाही देस
कहो कसूमल साड़ी रँगावाँ, कहो तो भगवाँ भेस
कहो तो मोतियाँ माँग भरावाँ, कहो बिखरावाँ केस
‘मीराँ’ के प्रभु गिरिधर नागर, सुण लो बिरद नरेस